Thursday, May 10, 2012

स्मृति विनती / Memorare



याद रखें सबसे अनुग्रह्पूर्ण ,और कृपाशील कुँवारी मरियम ,कि ऐसा कभी नहीं देखा गया, कि जो कोई  आपके पास ,सुरक्षा के लिए दौड़ा , आपसे मदद की मिन्नत की , या जिसने  आपकी मध्यस्थता की मांग की , वो कभी भी  बेसहारा छोड़ा गया  . इसी विश्वास से प्रेरित होकर , हम आपके पास  लपक कर आते हैं . कुँवारियों की कुँवारी , हमारी माँ ! आपके पास हम आते हैं , आपके सामने हम खड़े हैं , हम पापी और पश्चातापी , परमेश्वर के - देह धारण  वचन येशु की माँ, हमारी गिड़गिड़ाहट को ना ठुकरा , लेकिन अपनी करुना में हम पर ध्यान दे और जवाब दे. आमेन .



मरियम, येशु के विश्वासियों  का सहारा

हमारे लिए प्रार्थना कर .




Remember, O Most Gracious Virgin Mary, that never was it known that anyone, who fled to your protection, implored your help, or sought your intercession was left unaided. Inspired by this confidence, we fly to you, O Virgin of virgins, our Mother! To you we come, before you we stand, sinful and sorrowful, O Mother of the Word incarnate, despise not our petitions, but in your mercy hear and answer us. Amen.
 

 Mary, Help of Christians,
Pray for us.

Saturday, May 5, 2012

नृत्य से एक लड़की की प्रार्थना / Prayer of a girl in dance






भजन संहिता १४९
1 याह की स्तुति करो! यहोवा के लिये नया गीत गाओ, भक्तों की सभा में उसकी स्तुति गाओ!
2 इस्राएल अपने कर्ता के कारण आनन्दित हो, सिय्योन के निवासी अपने राजा के कारण मगन हों!
3 वे नाचते हुए उसके नाम की स्तुति करें, और डफ और वीणा बजाते हुए उसका भजन गाएं!
4 क्योंकि यहोवा अपनी प्रजा से प्रसन्न रहता है; वह नम्र लोगों का उद्धार कर के उन्हें शोभायमान करेगा।
5 भक्त लोग महिमा के कारण प्रफुल्लित हों;


आज सुबह मैंने संगीत लगाकर  कुछ समय नृत्य से प्रार्थना की . बहुत अच्छा लगा यह सोचकर  कि परमेश्वर ने मुझे लड़की  बनाया . यह मेरे जीवन का एक सुचमुच बड़ा तोहफा है . दिल जैसे ख़ुशी से  झूम उठा .

माँ मरियम के जीवन  का स्मरण हुआ . परमेश्वर की पुत्री होने का वो  अनोखा अहसास जरूर उन्हें भी हुआ होगा. जब उनके गर्भ में प्रभु येशु आये तो शायद वो नाची होंगी  सारे इस्रैल  के लिए . सारी तकलीफों के बावजूद वो अपने लोगों की मुक्ति और विजय  के लिए खुश हुई  होंगी .

कुछ ऐसा ही लगा मुझे नाचते  हुए . परमेश्वर की प्रशंसा से दिल भर आया . मेरा तन मन प्रफुल्लित  हो उठा - ये सोचकर कि मेरी तकलीफों में मेरे  येशु मेरे साथ है . मेरे जीवित प्रभु मुझमे बसे हुए है . हम सब विश्वासी है उनका एक शरीर . हम सब आनंदित होकर झूमे , नाचे , गाये !



Psalm 149

1 Alleluia!
Sing to the Lord a new song,
sing his praise in the assembly of his saints.
2 Let Israel rejoice in his Maker,
let the people of Zion glory in their King!
3 Let them dance in praise of his name
and make music for him with harp and timbrel.
4 For the Lord delights in his people;
he crowns the lowly with victory.
5 The saints will exult in triumph;


This morning I played music and danced  in prayer. Felt so good that God made me a girl .This is a great gift  in my life. My heart danced with joy at the thought as I experienced myself dancing.

Mother Mary too must have experienced this unique gift of being a girl , a daughter of God .When Jesus was conceived in her womb she must have danced with joy for entire people of Israel. In spite of her difficulties and suffering she must have felt happy for the liberation and victory of her people.

Something similar was felt by me as I danced . My heart overflowed with praise of God. My body and mind became alive in the Spirit  as I experienced that my Jesus is with me in my difficulties and suffering. My Risen Lord  lives in me. All of us Believers are His one Body . Let us dance and sing with joy !




Friday, May 4, 2012

टेढ़ा फोटो फ्रेम /Crooked photo frame




आज सुबह मैं एक तेढे फोटो फ्रेम के साथ एक तेढे मुस्कुराते [स्माइली] चित्र की कल्पना कर रही थी .मुझे हंसी आई . क्या यह मेरे जीवन की तरह नहीं है.

मैंने बायबल में के इन शब्द को याद किया --
रोमियों के नाम सन्त पौलुस का पत्र : अध्याय ८:२८-२९ ,"हम जानते हैं कि जो लोग ईश्वर को प्यार करते हैं और उसके विधान के अनुसार बुलाये गये हैं, ईश्वर उनके कल्याण के लिए सभी बातों में उनकी सहायता करता है; क्योंकि ईश्पर ने निश्चित किया कि जिन्हें उसने पहले से अपना समझा, वे उसके पुत्र के प्रतिरूप बनाये जायेंगे, जिससे उसका पुत्र इस प्रकार बहुत-से भाइयों का पहलौठा हो। "

हाँ मेरा जीवन भी एक तेढे फोटो फ्रेम के साथ एक तेढे  मुस्कुराते कार्टून [स्माइली] चित्र की तरह है. मनोरंजक

लेकिन मैंने सोचा - बायबल में कहा है कि परमेश्वर फिर भी उसे सीधा कर सकते है या फिर उसे किसी भी तरह एक उद्देष दे सकते है.

शायद मेरी टेढ़ी तस्वीर थोड़ी सी परमेश्वर के पुत्र येशु के क्रूस पर पीड़ित चेहरे की तरह दिखती है . वो चाहते है कि मैं येशु कि तरह दिखूं .

ऐसा करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि इस फोटो फ्रेम को थोडा अच्छी तरह फिरा कर सीधा कर दे . ताकि मुस्कुराता [स्माइली] चेहरा फिर से ला सके. 

या फिर तस्वीर टेढ़ी रहने दे ?

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This morning I imagined a crooked photo frame with a crooked smiley picture. It made me laugh. Isn’t life like that .

 I thought of Romans 8: 28-29 “We know that in everything God works for the good of those who love him, whom he has called according to his plan. Those whom he knew beforehand, he has also predestined to be like his Son, similar to him, so that he may be the Firstborn among many brothers and sisters.”

Yes, my life’s like that crooked photo frame with my own cartoon smiling with a crooked face. Amusing .

But I thought  the bible says  He can still turn it to good , He can give it a purpose anyway.

Maybe my crooked photo  looks a little like the image of God’s son Jesus on the cross with His suffering face . 

God wants me to look like Jesus  and He thought there’s no better way to do this than to take hold of my crooked  frame in life and to turn it His good way , to bring back a smiley .

Or should He let it remain as it is ?

suffering ? smiling ?

???
 





मार्ग सत्य और जीवन / Way Truth & Life



सन्त योहन १२ः४४
ईसा ने पुकार कर कहा जो मुझ में विश्वास करता है, वह मुझ में नहीं बल्कि जिसने मुझे भेजा, उसमें विश्वास करता है


येशु मसीह ऐसा क्यों कहते हैं कि उन में विश्वास करना उनके  पिता में विश्वास करने के समान है ? प्राथना में जब मै प्रभु येशु कि आँखों में देखती हूँ तो मुझे ऐसा लगता है जैसे कि उनकी  आँखों में सारे समंदर की गहराई , सारे विश्व की ऊंचाई , सारा संसार समा गया है  l  येशु हमेशा अपने पिता में एक हैं और वे अपने पिता कि आँखों से मेरी आँखों में देखते हैं l इन्ही आँखों में मुझे दुनिया भर का प्यार दिखता है lयेशु भी चाहते हैं कि वे मेरी आँखों में सारे संसार के लिए प्रेम देखें l यही उनका  सपना है l जब हम एक दिल और एक मन  हो जाते हैं तो प्रार्थना में प्रभु येशु के साथ मिलन का मतलब है उनके पिता में समा जाना l येशु ही  रास्ता हैं और इस जीवन का लक्ष  उन्ही में हैं l
मेरी आज यह प्रार्थना है कि पवित्र आत्मा हमें इतनी शक्ति दें कि हम अपने आप को हर पल दिव्य त्रैत्य को समर्पित कर सके  और उनमे मुक्ति और जीवन पाएं l



Way Truth & Life 

Romans 12:44  Yet Jesus had said, and even cried out, "Whoever believes in me, believes not in me but in him who sent me.

Why does Jesus say that to believe in Him is to believe in His Father ? When in prayer I look in Jesus’ eyes I feel as if there is present  the depth of the ocean , the height  and breadth of the universe . Jesus is always One with the Father and He looks in my eyes with the eyes of His Father. In His eyes I can see the love that fills the entire universe.  Even Jesus desires to see  in my eyes –the love for the whole universe. This is His dream. When we become  one heart and one mind in prayer and are united with Jesus , we become one with the Father . Jesus is the Way - and the Destination of this Life is also present in Him.

Today I pray that the Holy Spirit give us enough strength  to surrender ourselves to the Holy Trinity and find  Salvation and Life !